
अपनी कई बेहतरीन फिल्में को किया बॉलीवुड और लोगों के नाम।
महान अदाकार और फिल्म निर्माता गुरु दत्त का जन्मदिन क्या है किसी को आज याद।
माना उन्हें गुज़रे हो गये 58साल।
अपनी खुद की ज़िंदगी में भी थी गुरु दत्त को परेशानियां।लेकिन फिर भी पता नहीं कहा कहा से लाते थे गुरु दत्त फिल्में बनाने के लिऐ अच्छी अच्छी कहानियां।
प्यासा, कागज़ के फूल,साहब बीवी और गुलाम,
चौदहवीं का चांद सारी की सारी फिल्में थी इनकी कमाल।
गीता दत्त को जीवन साथी बनाया।
लेकिन ये रिश्ता ज्यादा देर तक चल ना पाया।
वहीदा रहमान का भी इनकी ज़िंदगी में आना।
लाख कोशिश के बाबजूद भी इन दोनों ने ऐक ना हो पाना।
अपनी बेटी को करते थे गुरु दत्त बहुत प्यार।
दिन रात उसे करते थे याद।
गीता दत्त बेटी को ले गई थी अपने साथ।
इस बात से गुरु दत्त रहने लगे थे बड़े परेशान।
अपनी बेटी से मिलवाने के लिऐ गुरु दत्त ने कई बार की गीता दत्त से फरियाद।
लेकिन गीता दत्त ने ना मानी इनकी ये बात।
इसी गम में शराब पीते रहते थे गुरु दत्त सारा दिन और सारी रात।
डिप्रेशन बहुत पुरानी बीमारी है आज तक मिल ना सका इस बीमारी का कोई सही इलाज़।
शराब के साथ रोज़ गुरु दत्त ने नींद की गोलियां खाना।मौत हुई इनकी कैसे किसी को कुछ समझ ना आना।डिप्रेशन से बहुत मुश्किल है किसी इंसान का बाहर आना।
इतना पैसा होने के बावजूद गुरु दत्त का अकेले रह जाना।मैं तो इतना ही कहूंगा डिप्रेशन में हो कोई भी इंसान जितना हो सके उसका साथ निभाना।
क्योंकि इस बीमारी में पता नहीं होता कब किसी इंसान ने अपनी ज़िंदगी से हार मान जाना।
प्रभु और नीलू दीदी ने तो सनी से पता नहीं अभी क्या क्या लिखवाना✍️
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