
आज दोपहर को सिद्धू मूसेवाले का अंतिम संस्कार हो गया ।
कलम उठाई कुछ लिखने के लिये और लिखते लिखते दिल पता नहीं कहा खो गया ।
वो पल बड़ा नाज़ुक था ।
जब सिद्धू मूसेवाले का पिता आंखों में आसूं लेकर पगड़ी उतार कर लाखों लोगों के सामने खड़ा था ।
मां की आंखों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे ।
अपने बेटे के साथ बिताये सारे पल मां बाप को याद आ रहे थे ।
हर कोई बार बार सिद्धू के मां बाप को बस हिम्मत दे रहे थे ।
मां ने अपने हाथों से सिद्धू के बालों को बांधा ।
आखरी बार अपने हीरो को देखने के लिये चाहने वालों का सुबह से लग गया तांता ।
जब सिद्धू मूसेवाले के माथे पे सेहरा सजाया ।
देखने वाले हर शक्श की आंखों में आंसू आया ।
अपने मां बाप की हालत देख कर सिद्धू मूसवाला खुदा से सवाल जरूर करेगा।
एक बार तो सिद्धू मूसेवाले पूछेगा बता खुदा अब मेरे मां बाप की देखभाल कौन करेगा ।
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