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एक और ग़ज़ल इबादत के नाम

JAGJIT SINGHJAGJIT SINGH May 31, 2022
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गज़ल (इबादत)


तुम कहो तो तुमको, एक हसीं ख़्वाब लिख दूँ।।

तुम कहो तो तुम्हारे होंठो को, गुलाब लिख दूँ।।


तुम्हारी जुल्फों को लिख दूँ, घने काले बादल मैं।।

तुम कहो तो तुम्हारी आँखों को, शराब लिख दूँ।।


उड़ते आँचल को तुम्हारे, लिख दूँ आसमान मैं।।

मुस्कुराहट को

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