
अपना इलाज़ करवाते वक्त मेरे दिमाग़ में एक बात आई ।
आज कल आधे से ज्यादा डॉक्टरों और हॉस्पिटल वालों ने पूरी तरह से लूट है मचाई ।
खुदा ना करे किसी को कोई बीमारी हो जाएं ।
अगर ना हो उसके पास पैसा फिर वो इंसान कैसे अपना इलाज़ करवा पाएं ।
कुछ डॉक्टर और हॉस्पिटल वालों को तो मरीज़ या उसके परिवार वालो पर जरा भी तरस ना आना।
मरीज़ की बीमारी का फायदा उठा के मुंह फाड़ के पैसे मांगने आज के कुछ डॉक्टर और हॉस्पिटल वालों को शर्म जरा भी ना आना ।
जिसके पास पैसा नहीं है आज वो इंसान अपना इलाज़ करवा नहीं पाता ।
बीमारी तो उसकी बाद में जान लेती लेकिन डॉक्टरों और हॉस्पिटल वालों का लूटने के ढंग से वो इंसान जीते जी मर जाता ।
हॉस्पिटल वाले कहते इतने पैसे पहले जमा करवाओ तब हम मरीज़ का इलाज़ कर पाएंगे ।
क्या कुछ लुटेरे डॉक्टरों और हॉस्पिटल वालों के पेट कभी भी भर पाएंगे ।
बहुत कम अच्छे डॉक्टर और हॉस्पिटल हमारे देश में अब बचे है ।
जो आज भी जरूरत मंद लोगों का इलाज़ मुफ्त या कम दामों में कर रहे है ।
क्योंकि उन्हें पता है हमारे इस पेशे पर दाग़ बहुत लगे है ।
करके लोगों का सही इलाज़ कम दाम पर या मुफ़्त वो डॉक्टर बताते है हमारे ज़मीर ज़िंदा है अभी नहीं मरे है ।
कब तक इस देश में मरीज़ को बीमारी के नाम पे लूट लिया जायेगा।
कब तक ऐसा होगा के कोई इंसान पैसों की कमी के चलते मर जायेगा ।
कुछ डॉक्टरों को लिखा ये सच चुभ जायेगा ।
लेकिन प्रभु,नीलू दीदी और अपनी मां का आशिर्वाद लेकर उनका बेटा सनी अपनी आखरी सांस तक लिखता ही जायेगा ✍️
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