
अपनी बेहरतीन अदाकारी से जो हर रोल को बड़े अच्छे ढंग से थे निभाते।
अमजद खान जैसे अदाकार बार बार नहीं इस दुनिया में आते।
हर किरदार में अमजद खान ऐसे डूब जाते थे।
देखने वाले देखते ही रह जाते थे।
शोले फिल्म का ऐक ऐक डायलॉग।
आज भी करते है याद बहुत से लोग।
हर किरदार में अमजद खान को लोगों ने खूब दिया प्यार।रोल कोई भी हो ये हर रोल निभाने के लिऐ खुद को कर लेते थे त्यार।
चाय पीने और नये नये चटकुले बनाना।
अगर किसी अपने को जरूरत पड़ जाये किसी चीज़ की भी अमजद खान ने सोचना नहीं तुरंत मदद के लिऐ अपना हाथ बढ़ाना।
जिंदादिल थे अमजद खान इंसान।
आज ही के दिन साल 1992को दिल का दौरा पड़ने से चली गई थी इनकी जान।
बॉलीवुड और इनके चाहने वालों को आज भी अमजद खान जी की कमी खलती है।
मर जाते है बड़े से बड़े लोग यहां फिर भी दुनियां रुकती नहीं ये तो फिर भी चलती है।
प्रभु,नीलू दीदी और मेरी मां ने अपने बेटे सनी के हाथों में दी है ऐसी कलम जो दिन रात चलती है✍️
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