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यह जो कुछ कहा है
आख़िरी बात कहने के लिए ही कहा है
आख़िरी बात तो दोस्त
बरसात की तरह कही जाएगी
बौछारों में
और जो परनाले चलेंगे
पिछली तमाम बातें उनमें बह जाएँगी
बातों-बातों में बातों की
बेबुनियाद इमारतें ढह जाएँगी
फिर उसके बाद कोई बात कहने की
ज़रूरत नहीं रह जाएगी
आख़िरी बात कह डालने के लिए ही
जिए जा रहा हूँ
जीता रहूँगा
आख़िरी बात कहे जाने तक।
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