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यह जो कुछ कहा है
आख़िरी बात कहने के लिए ही कहा है
आख़िरी बात तो दोस्त
बरसात की तरह कही जाएगी
बौछारों में
और जो परनाले चलेंगे
पिछली तमाम बातें उनमें बह जाएँगी
बातों-बातों में बातों की 
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