
Share0 Bookmarks 74 Reads0 Likes
यह जो कुछ कहा है
आख़िरी बात कहने के लिए ही कहा है
आख़िरी बात तो दोस्त
बरसात की तरह कही जाएगी
बौछारों में
और जो परनाले चलेंगे
पिछली तमाम बातें उनमें बह जाएँगी
बातों-बातों में बातों की 
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments