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छप्पर फाड़ के देता है वो
बीन रहे तिनका तिनका हो।
हाथ सुमिरिनी लटकाए हो
गिनते तुम मनका मनका हो
तीनों जहां का जो मालिक है
कैसे फिर वो सिर्फ तेरा हो।
जब से जग में तू आया है
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छप्पर फाड़ के देता है वो
बीन रहे तिनका तिनका हो।
हाथ सुमिरिनी लटकाए हो
गिनते तुम मनका मनका हो
तीनों जहां का जो मालिक है
कैसे फिर वो सिर्फ तेरा हो।
जब से जग में तू आया है
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