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थमता कहां हैं,
ये दौर कैसा,
गुजरते दिनो का,
ये शोर कैसा,
दिनोंदिन बढ़ता,
और घटता,
कैसा शोक,
कैसा हर्ष,
महीनो संग,
गुजरे वर्ष,
यादें,बातें,
मुलाकातें,
छत,खिड़की,
अहाते,
महसूस करते,
बैठे हम,
लगा टकटकी,
घूरते आसमां,
टटोलते शब्द खामखां,
बीत गए,
दिन सभी,
दुख के,
कुछ सुख के,
बीता नही,
पहर पर,
ये कैसा,
उम्मीदों पर,
बरपा कहर जैसा,
आकाश वही,
धरती वही,
नदियां सरपट,
मुड़ती यही,
गाए नवगान,
मधुर यहां,
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