माँ के जैसा कौन बताएँ's image
Poetry1 min read

माँ के जैसा कौन बताएँ

Himkar ShyamHimkar Shyam May 9, 2022
Share0 Bookmarks 43632 Reads1 Likes

दिल की बातें पढ़तीं माएँ

दर्द भले हम लाख छुपाएँ


रहती हरदम साथ दुआएँ 

हर लेती सब कष्ट बलाएँ


नाम कई एहसास वही है

इक जैसी होती सब माएँ 


फीके लगते चाँद सितारे

माँ के जैसा कौन बताएँ

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts