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शिकवा कैसा शिकायत कैसी मोहब्बत में
हम दिल से किसी के हो गए हैं मोहब्बत में
लोग कहते हैं कि यहां दस्तूर नहीं मोहब्बत का
जबकि ग़लत कुछ भी नहीं होता दिलों की मोहब्बत में
मोहब्बत पे हावी हैं कुछ नफ़रत के सोदागर
'तंवर' जो दीवार बनते हैं सभी की मोहब्बत में
#हसनतंवर
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