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तुम हो,बस तुम हो।
इन बारिशों की नमी में हो तुम,
सब पूरा होने के बावजूद उस छूटी कमी में हो तुम,
मेरे कल और आज में तुम हो,
मेरे हर काज में तुम हो,
इस शोर में खामोशी हो तुम,
मेरी मदहोशी हो तुम।
मेरी और उन सितारों क
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