"सफलता का सार "
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मेरी लेखनी ,मेरी कविता 
"सफलता का सार" (कविता) 

समय की रेत पर
 कदम बढ़ा
न विलंब कर
 संघर्ष कर ,संघर्ष कर ।

त्याग कर आलस को अपने कर्म कर ,
 संघर्ष कर ,संघर्ष कर।

आंँधियों से पार पाने की तमन्ना पाल ले, 
 पथ तेरा  संघर्ष का यह जान ले  ।

काज जितने भी पडे अविलंब कर
 

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