नफरत के बीज न बोना's image
Share0 Bookmarks 46294 Reads1 Likes
मेरी लेखनी मेरी कविता 
नफरत के बीज न बोना
(कविता) अमन विशेषांक
 
युगों युगों से बनी हुई
वह परंँपरा ना खोना।
 नफरत के बीज न बोना। 
 साथ रहे हैं ,साथ रहेंगे
मिलकर सारे कार्य करेंगे।।
 नफरत के ठेकेदारों को तुम
 दिखला देना कोना
नफरत के बीज न होना।।

नफरत फैलाने वाले तो केवल
 नफरत ही फैलाते है

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts