मोहब्बत भी कमाल करते हो (कविता)'s image
Poetry1 min read

मोहब्बत भी कमाल करते हो (कविता)

हरिशंकर सिंह 'सारांश 'हरिशंकर सिंह 'सारांश ' May 30, 2022
Share0 Bookmarks 1371 Reads1 Likes
मेरी लेखनी मेरी कविता 
मोहब्बत भी कमाल करते हो
(कविता)

बात बात पर तकरार
हमसे यह कैसा प्यार करते हो।।
बात-बात पर रूठते हो
 नाराजगी बेशुमार करते हो
 मोहब्बत भी कमाल करते हो।।

लग न जाए जिस्म  पर
 घाव कहीं
लफ्जों से वार करते हो
अपनी बातों को छुपाने के लिए
 मिन्नतेें हजार करते हो।।

महसूस करते हैं
किसी के जज्बातों को,
किसी और का इंतजार करते हो
 मोहब्बत भी कमाल करते हो।।

हरिशंकर सिंह सारांश       

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts