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मेरे मन को लुभाता है (कविता)

हरिशंकर सिंह सारांशहरिशंकर सिंह सारांश October 6, 2023
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मेरी लेखनी मेरी कविता 
मेरे मन को लुभाता है
 (कविता)प्रकृति विशेषांक 

मेरे मन को लुभाता है
 सूरज की लाली
  रंगों का मिश्रण
 मन में समाता  है
मेरे मन को लुभाता है।

 नीले गगन में
वो चिड़ियों का मेला 
वह तिरछ

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