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मेरी लेखनी मेरी कविता
खुद से लड़ने की कोशिश न कर
(कविता)
जिंदगी को जी
उससे उलझने की
कोशिश न कर ।
सुंदर सपनों के ताने-बाने बुुन
उनको समझने की
कोशिश न कर।।
चलते वक्त के साथ चल
उसमें से मिटने की
कोशिश न कर ।।
अपने हाथों को फैला
खुलकर सांँस ले
अंँदर ही अंँदर घुटने की
कोशिश न कर ।।
मन में चल रहे
यु
खुद से लड़ने की कोशिश न कर
(कविता)
जिंदगी को जी
उससे उलझने की
कोशिश न कर ।
सुंदर सपनों के ताने-बाने बुुन
उनको समझने की
कोशिश न कर।।
चलते वक्त के साथ चल
उसमें से मिटने की
कोशिश न कर ।।
अपने हाथों को फैला
खुलकर सांँस ले
अंँदर ही अंँदर घुटने की
कोशिश न कर ।।
मन में चल रहे
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