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(कविता) "बीता समय न वापस आता कह गए लोग सयाने

हरिशंकर सिंह सारांशहरिशंकर सिंह सारांश February 12, 2022
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मेरी लेखनी ,मेरी कविता 
"बीता समय न वापस आता कह गए लोग सयाने" (कविता)

बीता समय न वापस आता
कह गए लोग सयाने, 
कभी व्यर्थ ना इसे गवाँना
जाने और अनजाने ।

रावण जैसा शूरवीर भी
भारी गच्चा खाया। 
समय के हाथों मजबूरी में
कुछ भी ना कर पाया ।।

समय का ख्याल किया होता तो
भारत भाग्य उदय होता ,
आवागमन स्वर्ग का देखो
भारत भूमि से होता ।।

समय न देखा दुर्योधन ने
भारी पाप कमाया ,
भाई से छल कपट किया
और सारा राज्य छिनाया ।।
 

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