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मेरी लेखनी मेरी कविता
हिसाब कौन पूछेगा?
( कविता)
बादलों से बूंद का
समुद्र से पानी का
हिसाब कौन पूछेगा?
जिंदगी है एक किताब
रोज खुलता है एक पन्ना<
हिसाब कौन पूछेगा?
( कविता)
बादलों से बूंद का
समुद्र से पानी का
हिसाब कौन पूछेगा?
जिंदगी है एक किताब
रोज खुलता है एक पन्ना<
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