
Share0 Bookmarks 708 Reads1 Likes
मेरी लेखनी मेरी कविता
दर्द में कितनी सुनामी है
(कविता)
यहांँ हर दिल में
एक अधूरी सी कहानी है
हर जिंदगी की
छोटी सी कहानी है ।।
बाहर से चेहरा
हंसता हुआ नजर आता है
झांक कर देखोगे तो
हर आंख में पानी है।
कुछ यादें लिए बैठे हैं,,
कुछ किस्से लिए बैठे हैं
यहां लोग दिल के
कई हिस्से लिए बैठे
दर्द में कितनी सुनामी है
(कविता)
यहांँ हर दिल में
एक अधूरी सी कहानी है
हर जिंदगी की
छोटी सी कहानी है ।।
बाहर से चेहरा
हंसता हुआ नजर आता है
झांक कर देखोगे तो
हर आंख में पानी है।
कुछ यादें लिए बैठे हैं,,
कुछ किस्से लिए बैठे हैं
यहां लोग दिल के
कई हिस्से लिए बैठे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments