चल सफर पर चल बटोही (कविता )'s image
Poetry1 min read

चल सफर पर चल बटोही (कविता )

हरिशंकर सिंह 'सारांश 'हरिशंकर सिंह 'सारांश ' March 8, 2023
Share0 Bookmarks 131 Reads1 Likes
मेरी लेखनी मेरी कविता
 चल सफर पर चल बटोही (कविता )

चल सफर पर चल बटोही 
सफर तेरा बाकी है ।
जीवन लंबा समय जरूरी 
मंजिल पाना बाकी है।।

 चल सफर पर चल बटोही
 सफर तेरा बाकी है ।।

है सफर में मुश्किलें
तो क्या हुआ ?
मंजिल अभी गर दूर है
 तो क्या हुआ ?
जीवटता से भरा हुआ तू ,
बहुत आस बाकी है ।

चल सफर पर चल बटोही 
सफर तेरा बाकी है ।।

हरिशंकर सिंह सारांश 

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts