
Share0 Bookmarks 327 Reads3 Likes
मैं सत्य सनातन शक्ति हूँ
मैं मनुज ह्रदय की भक्ति हूँ,
जब प्रेम पाठ समझाना हो तो,
मुरली मधुर सुनाता हूँ,
जब युद्ध शंखनाद करना हो तो,
मैं पंचजन्या उठाता हूँ,
जब रण क्षेत्र में आता हूँ तो,
पार्थ सारथी बन जाता हूँ,
कभी कूटनीति जब करनी हो तो,
रण छोड़ मैं कहलाता हूँ,
पथभ्रष्ट पार्थ हो जाये तो,
मैं गीता सार बतलाता हूँ,
शस्त्र त्याग कर दे पार्थ तो,
मैं दिव्य स्वरूप दिखलाता हूँ,
जब युद्ध सार बतलाना हो तो,
मैं सुदर्शन चक्र उठाता हूँ,
जीवन का मर्म समझाने हेतु,
मुक्ति मार्ग दिखलाता हूँ,
जब धर्म स्थापित करना हो तो,
राम कृष्ण बन जाता हूँ,
कलि का काल जो बनना हो तो
कल्कि बनकर मैं आता हूँ,
मैं न्याय धर्म की रक्षा हेतु,
युग युग में अवतरित होता हूँ
सत्य सनातन संरक्षण हेतु
मैं गीता सार बतलाता हूँ..!!
#जयश्रीकृष्णा
स्वरचित -हरीश विद्रोही
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments