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आसान नहीं है मंजिल

Parth VidrohiParth Vidrohi September 4, 2022
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आसान नहीं कोई मंजिल है,
ये सफऱ बड़ा ही मुश्किल है,

गर मंजिल क़ो तुम्हें पाना है,
तो खुद पत्थर बन जाना है, 

राहो में पड़े इन काँटों क़ो
तुमको बस झूठलाना है,
खुद से किया है जो वादा,
उस वादे क़ो निभाना है 
गर मंज़िल क़ो तुम्हें पाना है,
तो खुद पत्थर बन जाना है,

ये राह बडी ही मुश्किल है,
ये सफऱ बड़ा ही मुश्किल है,
तुमको बस चलते जाना है,
गर मंजिल क़ो तुम्हें पाना है,
तो खुद पत्थर बन जाना है 

हाँ आसान नहीं कोई मंजिल है,

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