एक – एक करके हमनें
सारे बंधन छोड़ दिए
दिल की ही गहराई में
गुज़रे सुबह छोड़ दिए ,
Math physics की लड़ाई में
ढाई आखर छोड़ दिए ,
थी परछाईं आनी बाकी ,
उसे अंधेरों संग छोड़ दिए ।
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