कल्पना's image
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मेरी कल्पना ही मेरा यथार्थ है

उकेर देती हूं जिसे

मैं जीवन के कैनवास पर

मेरे चित्रों में 

होती नहीं किस्मत के जैसी लकीरें

वो बने हैं

करीने से सजाए गए 

शब्दों से 

और उनमें भरे हैं

रंग भावों के

प्रकृति के 

और प्रेम के ।।



मै

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