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अब के सावन में ऐसी बरसात हुई,
बाद मुद्दत के उनसे मुलाक़ात हुई।
जब वो मुस्कुराए तो ऐसा लगा
जैसे उजड़े गुलशन में बहार आई।
©गोपाल भोजक
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अब के सावन में ऐसी बरसात हुई,
बाद मुद्दत के उनसे मुलाक़ात हुई।
जब वो मुस्कुराए तो ऐसा लगा
जैसे उजड़े गुलशन में बहार आई।
©गोपाल भोजक
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