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खुद्दारी का क्या आचार डालु,
जब जलील करके भी मेरा अपना है मेरा यार |
और जमाने की इज्जत से तंग आ गया था,
बरसो बाद हसा जब फोन पे गाली दे गया यार||
शायद बहुत ताकतवर काला जादु होगा दोस्ति का.........
मंजिल पे पोहच मे गया,
जब कि गाडी तो तेरी चल पडी थी यार|
अरे रंग बदलू मंत्रीओ झूठ बोलना मेरे यार से सीखो....
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