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खिलौना
भोले…… ओ भोले.... अब समझ आया,
तेरा वो खास दोस्त कान्हा हमेशा कर्मा-कर्मा क्यु करता है ?
अब मैंने जाना इन्सान जो करता है वही भरता है |
भोले बोले,
“ देख यह ज्ञान मैंने ही बनाया है ,
तो यह बता के मेरे दिमाग की पत्ती मत हटा,
और जो हुआ है ; साफ – साफ बता |”
मैं बोला,
कल मुझे घर की सफाई करते हुए
मेरा बचपन का पंसदीदा खिलौना दिखा,
और वह मुझे मायूस देख जोर से चिखा |
मैने कहा अच्छा हुआ यार तू मिल गया,
क्योंकि मेरा जो हमसफर है ना,
वो अब ना मुझसे पहले की तरह बोलता है,
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