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आसमान में
समंदर उठ रहा है
उत्थाल तरंगों से
भर गया है गगन
सफेद बादलों का
झाग फैलता जा रहा है
और उसमें तैरते पंछी
रोशनी में नहा रहे हैं
नीले आकाश की
अनंत गहराई में
डूब रहें हैं अनगिनत
तारे और ग्रह
और मैं
धरती से आसमान में
छलाँग लगाने के लिए
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