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दम आलू कश्मीरी हो या जाफरानी बिर्यानी या मीठी फिरनी,
हंगेरियन गुलाश हो या इटालियन रिसोटो,
इन सबमें एक अजीब नुस्ख़ा भी है
रंगोकी बारात हो या सुरों की बौछार या घुँघरुओंकी झंकार,
शायरीमें जज़्बात भी खूब हो,
इन सबमें भी एक अजीब नुस्ख़ा है
सचिनका छक्का हो या मेसी का गोल या मिल्खाकी दौड,
बोर्ग का शानदार बैकहँड हो,
इनमें भी एक अजीब नुस्ख़ा है
हुनर और लगन तो अहम है ही, तकनीक उतना ही ज़रूरी है,&nb
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