जन्नत's image
Share0 Bookmarks 17 Reads0 Likes

जब मैं लेट गई अपने गर्म बिस्तरपर

सिर रख दिया अपने नर्म तकिये पर

लिपट गया वो मुझसे रखके हाथ मेरे कंधेपर

प्यारकी हल्की सी चादर ओढ़े मैं नींदमें खो गयी


तब एहसास हुआ सकून-ए-जिस्तका

एहसास हुआ प्यार और विश्वास का

No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts