Share0 Bookmarks 47506 Reads0 Likes
जो मुझमें दिख गया , मैं लिख गया ,
दुःख देवता है क्योंकि दुःख देता है ,
मैं जितना ले नहीं सकता उससे ज्यादा देता है ,
आज मैदान साफ है लगा ,
पर लगा , इसका भी भनक लग गया
साफ पकड़ा गया।
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments