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मुझे मेरी कमजोरी यां बताती है
अभी बहुत बाकी है ,
मैं अपने ज़ुबान पर खड़ा रहा नहीं अभी तक ,
गलती यों को दोहराना अफसाना नहीं बहाना है ,
अन्धकार से मित्रता सुहाते नहीं ,
लौ में नमी आ जाती है ,
मैं जब-जब टूटता हूं ,
उसकी बड़ी याद आती है।
अभी बहुत बाकी है ,
मैं अपने ज़ुबान पर खड़ा रहा नहीं अभी तक ,
गलती यों को दोहराना अफसाना नहीं बहाना है ,
अन्धकार से मित्रता सुहाते नहीं ,
लौ में नमी आ जाती है ,
मैं जब-जब टूटता हूं ,
उसकी बड़ी याद आती है।
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