एक ग़ज़ल's image
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नया कुछ भी नही है, इश्क़ का मतलब,
समझ लो दूसरों को है इश्क़ का मतलब।


कभी हैं बोलती ख़ामोश आँखें भी,
निगाहें जानती हैं इश्क़ का मतलब।


अकेला

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