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जीता वही जो मन से हारा नहीं,
जीता वही जिसने कम से कम मेहनत तो किया सही,
जीता वही जो आखिर तक लडा अकेले ही,
जीता वही जिसने न सुनी दुनिया की कभी,
जीता वही जिसके कदम परेशानियों से डगमगाते नहीं,
जीता वही जिसने दुनिया छोड़ खुद को बेहतर बनाने की सोची,
जीता वही जिसने भीड़ को छोड़ अलग करने की कोशिश करी,
तू भी जीत की कर ऐसी अभिलाषा,
जिससे दुनिया के लिए बन जाए तू ही जीत की सच्ची परिभाषा।।
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