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तुम चुप क्यों हो कुछ बोलो ना

Dravyansh patelDravyansh patel September 19, 2021
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एक बात कहूं- तुम सुन लो ना 

तुम चुप क्यों हो कुछ बोलो ना 

यह शांति तुम्हारी बोझिल है 

यह बोझ उठाना मुश्किल है 

किस दर्द ने तुमको काटा है

इस चांद पे क्यों सन्नाटा है  

तुम्हें रोना है तो रो लो ना 

तुम चुप क्यों हो कुछ बोलो ना।

तुम आसमान सा गरज पड़ो।

फिर चाहें मुझ पर बरस पड़ो।

तुम आंख से दरिया कर डालो 

जो कहन

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