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मेरे अल्फाज़...

Dr. SandeepDr. Sandeep November 1, 2021
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मैं अल्फाज़ हूँ तेरे, तेरी हर बात समझता हूँ

मैं एहसास हूँ तेरे, तेरे हर जज़्बात समझता हूँ..

तेरे दर्द से वाकिफ़ हूँ, तेरा इलाज़ समझता हूँ

आँखों की नींद हूँ तेरी, तेरे हर ख़्वाब समझता हूँ..

ना तकलीफ़ हो तुझे,

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