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उसने ख़ुद को ज़मीं मुझे आसमाँ लिख दिया
ए'तिराफ़-ए-मोहब्बत को दो जहाँ लिख दिया..
वादा रहा ना बिछड़ेंगे हम कभी ज़मीं पर
मैंने सातों फ़लक पर उनका नाम लिख दिया..
उनका तसव्वुर रातभर दिल को तड़पाता रहा
मैंने भरी सर्द
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