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युद्ध में
कोई जीते कोई हारे
सिसकती है बेबस मानवता
कलिंग जीतकर भी
हार जाता है जब कोई सम्राट अशोक
रक्त रंजित धरा से
मुड़ता है अनायास
अहिंसा परमो धर्म का
जयघोष करते हुए
युद्ध त्याग
पराए दुखों से
भर लेता है अपना भिक्षा पात्र
बोध लिया है
प्रेम ही है दुखों का अंत उपाय
संस्कृति बचाने को
युद्ध नही
बुद्ध ही है
आखिरी विकल्प
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