बुद्ध ही हैं विकल्प's image
Peace PoetryPoetry1 min read

बुद्ध ही हैं विकल्प

Dr. Geeta SharmaDr. Geeta Sharma May 16, 2022
Share0 Bookmarks 109 Reads3 Likes




युद्ध में

कोई जीते कोई हारे

सिसकती है बेबस मानवता

कलिंग जीतकर भी

हार जाता है जब कोई सम्राट अशोक

रक्त रंजित धरा से

मुड़ता है अनायास

अहिंसा परमो धर्म का

जयघोष करते हुए

युद्ध त्याग

पराए दुखों से

भर लेता है अपना भिक्षा पात्र

बोध लिया है

प्रेम ही है दुखों का अंत उपाय

संस्कृति बचाने को

युद्ध नही

बुद्ध ही है

आखिरी विकल्प



No posts

Comments

No posts

No posts

No posts

No posts