अंग्रेजी के इस दौर में
हिंदी,
अब पढ़ता कौन है?
समाज की सच्चाई
साहित्य में,
अब गढ़ता कौन है?
जम्हूरियत के
नाम पर,
अब लड़ता कौन है?
करते है सवाल सब
No posts
Comments