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पापा की परी है वो, माँ के लिए अरमान
हर किसी के नसीब में नहीं, बेटी जिसका नाम।
जिनके आने से आती है, आँगन में बहार
घर में हजार खुशियाँ, परिवार में प्यार।
जिनकी मौजूदगी में घर, हमेशा रहता है रोशन
वो सुखी परिवार में, सबके लिए है एक इमोशन।
अनमोल रत्न के समान, कीमती है बेटियाँ
घर की खुशियाँ, परिवार का मान है बेटियाँ।
घर की खुशियाँ, उस समय छिन जाती है
जब बेटियों का, परायी होने का समय आता है।
नन्हीं परी का होना, घर के लिए है सुखद संदेश
पता है ये सबको इक दिन, जाना है उसे परदेश।
~Dk Megh..
{प्यारी भांजी निवांशी को समर्पित कविता }
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