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ओड़िया के अभिमान है सुभाष,
कटक की अहंकार है सुभाष।
धर्म की रक्षक है सुभाष,
स्वाभिमान की दूसरी नाम है सुभाष।
दक्षता की परिचय है सुभाष,
दंभ की प्रतीक है सुभाष।
इस जाति की विश्वास है सुभाष,
स्वाधीनता के हर एक सांस में है सुभाष।
न हारा है सुभाष, न खोया है सुभाष,
हर एक भारतीय, गर्व से कहे
मैं सुभाष, हां मैं सुभाष।
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