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इक खुशियो का कमरा है मैं आज भी जहां रहती हूँ...
हसीन सारे पल मैं वही संजोए रखती हू
शाम की चाय पर जहां बातें होती थी
रातें हमारी साथ गुज़रती थी
ये सब वही है...और मैं भी वही रहती हू
इक खुशियो का कमरा है मैं आ
हसीन सारे पल मैं वही संजोए रखती हू
शाम की चाय पर जहां बातें होती थी
रातें हमारी साथ गुज़रती थी
ये सब वही है...और मैं भी वही रहती हू
इक खुशियो का कमरा है मैं आ
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