
Share0 Bookmarks 33 Reads0 Likes
आवाजों में से संवाद चुराकर
कह देना अपना मौन
चुप्पी का एकालाप मत बुनना
मेरे लिए
मौन की अपनी एक भाषा है
दो दिलों के बीच
जब निःशब्द होता है
तब प्रेम होता है मौन
पक्षियों की देह और फरों के बीच
जब दबा होता है
तब उड़ान होता है मौन
भीतर से ही दबे हुए
आकाश छू लेने का सपना देखता है
जब में नज़रे उठाता हूँ
आसमान की ओर
तब रंगीन बादल होता है मौन
जब तुम मुझे सुनना चाहो
तो मेरे मौन को सुन लेना
अक़्सर
मेरी आवाज़ होता है
मौन
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments