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ठीक तुम्हारे पीछे मैंने देखा
तुम खड़ी हो
कोई और नहीं देख पाया जो मैंने देखा
मैं किसी से कहता नहीं
पर जानता हूँ
ठीक तुम्हारे पीछे की परछाईं को
सच कहूँ तो मैं तुम्हें
प्यार नहीं करता
वो जो ठीक तुम्हारे पीछे खड़ी है
वो कभी कभी तुमसी लगती है
मैं तुम्हें प्यार कर बैठता हूँ
ठीक तुम्हारे पीछे
एक दिन जब मैं ठीक तुम्हारे पीछे चल रहा था
याद है तुम नाराज़ हु
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