वो बेइंतहा खूबसूरत आखें है.
मेरी कब्र पे लिखीं कुछ बातें है.
और तुम बस मांस में लिपटी एक कविता हो.
मेरी यादों से आहों तक का ज़रिया हो.
वो
No posts
Comments