Share0 Bookmarks 31100 Reads1 Likes
मेरे तुम्हारे बीच में अब तो
ना प्रेम है और ना चाहत
फिर भी इन धड़कनों पर तुम
निस दिन क्यों देते हो आहट
मैं ना तुम बिन अब अधूरी हूं
मैं खुद में ही अब पूरी हूं
मौत के संग मैंने जोड़ा नाता
तुम तो तोड़ चुके हो मुझसे
ना प्रेम है और ना चाहत
फिर भी इन धड़कनों पर तुम
निस दिन क्यों देते हो आहट
मैं ना तुम बिन अब अधूरी हूं
मैं खुद में ही अब पूरी हूं
मौत के संग मैंने जोड़ा नाता
तुम तो तोड़ चुके हो मुझसे
No posts
No posts
No posts
No posts
Comments