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उठ जाग गया अंधेरा
देख पंछी लाए सवेरा
उन्मुक्त गगन में पंख पसार
जीवन को दे अपने नया सार
कोशिश में अपनी जोश जगा
इस सुबह को जीवन का सवेरा बना
आंखे खोल उजाला देख
इसमें छिपा है अस्तित्व तेरा
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