रिवोल्यूशन 2020's image
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चेतन भगत जो भी नाॅवेल लिखते हैं वो उत्कृष्ट होती है, लेकिन यह वाली नाॅवेल मुझे बहुत अच्छी लगी।

              गोपाल मिश्रा और आरती प्रधान जो पूर्व मुख्यमंत्री की पोती और आईएएस अधिकारी की बेटी है जिनकी दोस्ती 8 साल पुरानी है, गोपाल मिश्रा और राघव कश्यप इनकी दोस्ती इससे भी ज्यादा साल पुरानी है। 12वीं पास करने के बाद गोपाल मिश्रा जो आरती प्रधान से प्यार करता है वह अपनी पढ़ाई और अपनी ज़िंदगी दोनों में लूजर निकला। राघव कश्यप अपनी पढ़ाई और ज़िंदगी दोनों में सफल रहा, क्योंकि पढ़ाई में उसको आईआईटी में एडमिशन मिल गया है और ज़िंदगी में वह आरती प्रधान को अपनी गर्लफ्रेंड बना लिया है। गोपाल मिश्रा जिसके पास खोने के लिए केवल एक बाप था वह भी अब खो चुका है अब उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं है। लेकिन उसने हार नहीं मानी।

                वह विधायक रमन लाल शुक्ला से मिला, जिसके पास भ्रष्टाचार में कमाए पैसे बहुत हैं, गोपाल के पास विवादित जमीन है।शुक्ला के हस्तक्षेप से विवाद ख़त्म हो गया। दोनों ने मिलकर वहाँ इंजीनियरिंग कालेज का निर्माण कराया।

               जिस गोपाल के पास इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए पैसा नहीं था वह 24 साल की उम्र में “गंगा टेक इंजीनियरिंग कॉलेज” जैसे बड़े कॉलेज का डायरेक्टर बन चुका है। अब उसके पास अपना उसका कॉलेज, एक मर्सिडीज़ गाड़ी और एक बड़ा बंगला है। आरती प्रधान रमाडा होटल में रिसेप्सनिस्ट है, जो उसे केवल जस्ट फ्रेंड कहा करती थी, वह अब उसके करीब आने लगी है और उधर राघव जिसने इंजीनियरिंग की डिग्री तो प्राप्त की लेकिन वह इंजीनियर नहीं बना। वह एक अख़बार का संपादक बना, जो उसका पैशन है। लेकिन उसके ईमानदार तरीके से काम करने की वज़ह से उसे अख़बार से निकाल दिया गया।


उसने अपना अख़बार ‘रिवोल्यूशनरी

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