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जो सबक आप किताबों से नहीं सीख पाते,
वो सबक आपको ज़िन्दगी सीखा देती है ।
कभी रुला के ...... हँसा देती है ,
कभी हँसा के भी ...... रुला देती है ।
कहने को ज़िन्दगी एक अदाकारी है,
उम्र दर उम्र आपको कलाकार बना देती हैं ।
जीवन है तो सुख-दुख , आशा-निराशा भी है
ज़िन्दगी हमे फिर भी जीना सीखा देती है ।
जो सबक आप किताबों से नहीं सीख पाते,
वो सबक आपको ज़िन्दगी सीखा देती है ।
----- दीपक ठाकुर ✍️
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