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मुझे बिजली के कड़कने से डर सा लगता था
कुछ यूं मुझे वो डरने से बचा लिया करती थी ।
बेचैन सी होके मेरे करीब आकर बैठ जाती
और बाहों
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मुझे बिजली के कड़कने से डर सा लगता था
कुछ यूं मुझे वो डरने से बचा लिया करती थी ।
बेचैन सी होके मेरे करीब आकर बैठ जाती
और बाहों
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