Bijli kadakana's image
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मुझे बिजली के कड़कने से डर सा लगता था

कुछ यूं मुझे वो डरने से बचा लिया करती थी ।

बेचैन सी होके मेरे करीब आकर बैठ जाती

और बाहों में कसकर भर लिया करती थी ।

मैं इसी आस में आसमान की ओर देखता रहता ,

क्या ये कड़कड़ाहट कुछ पल और नही ठहर सकती थी ।



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